बेयरिश एंगलफिंग कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है? | Bearish Engulfing Candlestick Pattern in Hindi

Last updated on April 23, 2025

बियरिश एंगलफिंग पैटर्न एक महत्वपूर्ण कैंडलस्टिक पैटर्न है, जो यह संकेत देता है कि बाजार में मंदी (Bearish Trend) शुरू हो सकती है।

Bearish Engulfing Candlestick Pattern in Hindi
Table of Contents

Bearish Engulfing Pattern क्या होता है?

बियरिश एंगलफिंग पैटर्न एक दो-कैंडल वाला कैंडलस्टिक पैटर्न है, जो दर्शाता है कि विक्रेता बाजार में हावी हो रहे हैं और संभावित ट्रेंड रिवर्सल की संभावना बढ़ रही है। यह पैटर्न अपट्रेंड के दौरान बनता है और संभावित ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है।

Bearish Engulfing पैटर्न को कैसे पहचानें?

Bearish Engulfing

बेयरिश एंगलफिंग पैटर्न दो कैंडल का संयोजन होता है:

  1. First Candl): यह एक छोटी बुलिश (Bullish) कैंडल होती है (हरा/सफेद), जो दर्शाती है कि बाजार में कुछ तेजी बनी हुई है।
  2. Second Candle: यह एक लंबी बियरिश (Bearish) कैंडल होती है (लाल/काली), जो पहली कैंडल की बॉडी को पूरी तरह एंगलफ (Engulf) कर लेती है।

यह पैटर्न दिखाता है कि खरीदारों ने शुरुआत में नियंत्रण रखा था, लेकिन दिन के अंत में विक्रेताओं ने पूरी तरह से बाजार पर पकड़ बना ली।

बियरिश एंगलफिंग पैटर्न पर ट्रेडिंग रणनीति(Trading Strategy)

Bearish Engulfing Trading Strategy
  • एंट्री (Entry Strategy): जब दूसरी बियरिश कैंडल (Bearish Candle) बनकर पूरी हो जाए और अगली कैंडल नीचे खुलने लगे, तब शॉर्ट (Short/Sell) करें।
  • स्टॉप लॉस (Stop Loss): स्टॉप लॉस को पिछली कैंडल के उच्चतम स्तर (High) या प्रमुख रेसिस्टेंस (Resistance) स्तर के थोड़ा ऊपर रखें।
  • रिस्क-रिवॉर्ड रेश्यो (Risk-Reward Ratio): उचित अनुपात (जैसे 1:2 या 1:3) अपनाएँ।
  • टारगेट (Target Price):
    • पहला टारगेट नजदीकी सपोर्ट लेवल (Support Level) पर।
    • दूसरा टारगेट पिछले स्विंग लो (Swing Low) पर।
  • कन्फर्मेशन (Confirmation): कन्फर्मेशन के लिए RSI (Relative Strength Index) और मूविंग एवरेज (Moving Averages) जैसे टेक्निकल इंडिकेटर्स (Technical Indicators) देखें।
  • पेयर ट्रेडिंग रणनीति (Pair Trading Strategy): अगर यह पैटर्न किसी सेक्टर के प्रमुख स्टॉक (Key Sector Stock) में बनता है, तो संबंधित सेक्टर के अन्य स्टॉक्स में भी गिरावट की संभावना हो सकती है।

उदाहरण(Example)

मान लीजिए कि किसी स्टॉक का अपट्रेंड चल रहा है। पहले दिन, एक छोटी बुलिश कैंडल ₹500 पर बनती है। अगले दिन, दूसरी कैंडल ₹510 पर खुलती है लेकिन अंत तक गिरकर ₹480 पर बंद होती है, जिससे यह पहली कैंडल की बॉडी को पूरी तरह कवर कर लेती है। इस तरह, बेयरिश एंगलफिंग पैटर्न का गठन होता है, जो संभावित मंदी प्रवृत्ति का संकेत देता है।

इस स्थिति में, ट्रेंड रिवर्सल की संभावना बढ़ जाती है, और ट्रेडर्स इस पैटर्न को ध्यान में रखते हुए अपनी पोजीशन एडजस्ट कर सकते हैं।

बियरिश एंगलफिंग कैंडलस्टिक पैटर्न के फायदे(Benefits)

  • यह पैटर्न संभावित ट्रेंड रिवर्सल को जल्दी पकड़ने में मदद करता है, जिससे ट्रेडर उचित निर्णय ले सकते हैं।
  • जब यह पैटर्न किसी मजबूत रेसिस्टेंस के पास बनता है, तो इसकी सफलता दर अधिक होती है।
  • यह पैटर्न शॉर्ट सेलिंग के लिए सही समय निर्धारित करने में सहायक होता है।
  • यह पैटर्न स्टॉक्स, फॉरेक्स, कमोडिटी और क्रिप्टोकरेंसी जैसी विभिन्न परिसंपत्तियों (Assets) पर लागू किया जा सकता है।

निष्कर्ष(Conclusion)

बेयरिश एंगलफिंग पैटर्न एक मजबूत मंदी संकेतक है, जो संभावित ट्रेंड रिवर्सल को दर्शाता है। हालांकि, अधिक विश्वसनीयता के लिए इसे RSI, मूविंग एवरेज और वॉल्यूम एनालिसिस जैसे अन्य तकनीकी संकेतकों के साथ कन्फर्म करना आवश्यक है।

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