भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) में तेजी से बढ़ती रुचि के साथ, Option Trading अब केवल अनुभवी निवेशकों तक सीमित नहीं है। खासकर “Option Intraday Trading” ने युवाओं और नए निवेशकों के बीच तेज़ी से लोकप्रियता हासिल की है। यह लेख आपको ऑप्शन इंट्राडे ट्रेडिंग की बारीकियाँ, लाभ, जोखिम, रणनीतियाँ और ज़रूरी सावधानियों की पूरी जानकारी देगा।

Table of Contents
Option Trading क्या है?
Option एक प्रकार का डेरिवेटिव (Derivative) कॉन्ट्रैक्ट होता है जो किसी अंडरलाइंग एसेट (Underlying Asset) जैसे कि स्टॉक्स (Stocks), इंडेक्स (Index), कमोडिटी (Commodity) या करेंसी (Currency) पर आधारित होता है। इसमें दो प्रमुख प्रकार होते हैं:
- Call Option – यह आपको भविष्य में किसी एसेट को एक निश्चित मूल्य (Strike Price) पर खरीदने (Buy) का अधिकार देता है।
- Put Option – यह आपको भविष्य में किसी एसेट को एक निश्चित मूल्य पर बेचने (Sell) का अधिकार देता है।
ध्यान दें कि ऑप्शन खरीदने वाला केवल “अधिकार (Right)” रखता है, बाध्यता (Obligation) नहीं।
Intraday Option Trading क्या होती है?
जब आप किसी ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को एक ही ट्रेडिंग दिन (Trading Day) में खरीदते और बेचते हैं, यानी कि पोजीशन को उसी दिन क्लोज (Close) कर देते हैं, तो इसे Intraday Option Trading कहते हैं।
इंट्राडे ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे (Benefits)

1. Low Capital Requirement
Option Trading में Premium कम होने के कारण कम पूंजी (Capital) में भी बड़ा पोजीशन लिया जा सकता है।
2. High Leverage
ब्रोकर (Broker) द्वारा दी गई Leverage से आप बड़ी क्वांटिटी ट्रेड कर सकते हैं।
3. Profit in Both Directions
Call और Put ऑप्शन के ज़रिए आप Market के ऊपर या नीचे जाने पर भी मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
4. Quick Returns
सही Entry और Exit के साथ Intraday Option Trading में कुछ ही मिनटों में अच्छा मुनाफ़ा कमाया जा सकता है।
जोखिम (Risks) भी कम नहीं हैं:

1. High Volatility Risk
Option की कीमतें बहुत तेज़ी से ऊपर-नीचे होती हैं।
2. Time Decay (Theta)
हर मिनट Option की Value गिरती है, जिससे Holding लंबे समय तक रखना नुकसानदेह हो सकता है।
3. False Breakouts
Technical Analysis गलत संकेत दे सकता है, जिससे गलत Entry हो सकती है।
4. Overtrading & Emotions
गुस्से या लालच में आकर बार-बार ट्रेड करना आपके Capital को खत्म कर सकता है।
ट्रेडिंग शुरू करने से पहले ज़रूरी तैयारी:
1. Basic Knowledge of Option Greeks
जैसे कि Delta, Theta, Gamma, Vega — ये सभी Option की Price Movement को प्रभावित करते हैं।
2. News & Economic Events
Result Days, RBI Policy, US Data Release — इन सबका असर Option Premium पर होता है।
3. Right Trading Platform
Zerodha, Upstox, Angel One जैसे ब्रोकर्स अच्छे Charting Tools और Option Chain Analysis प्रोवाइड करते हैं।
लोकप्रिय ट्रेडिंग रणनीतियाँ (Popular Trading Strategies)
1. Breakout Strategy
जब कोई Stock या Index अपने Resistance या Support को तोड़ता है, तो वहां पर तेज़ मूवमेंट आती है।
2. Straddle Strategy
एक ही Strike Price पर Call और Put दोनों खरीदना। ये Strategy तब काम करती है जब Volatility ज़्यादा हो लेकिन Direction स्पष्ट नहीं।
3. Supertrend + RSI Combo
ये दो Technical Indicators मिलकर Strong Entry Signal देते हैं। RSI (Relative Strength Index) ओवरबॉट या ओवरसोल्ड कंडीशन दिखाता है।
सावधानियाँ (Precautions for Safe Trading):

- Always Use Stop Loss – Loss को कंट्रोल करने के लिए Stop Loss बेहद ज़रूरी है।
- Avoid Overtrading – दिन भर लगातार ट्रेड करना मानसिक और वित्तीय रूप से नुकसानदेह हो सकता है।
- Don’t Trade with Emotions – Fear और Greed ट्रेड को बिगाड़ सकते हैं।
- Maintain Risk-Reward Ratio – कम से कम 1:2 या 1:3 Risk Reward रखें।
- Start Small – शुरुआत में छोटे Lots से ही Trading करें।
Option Chain Analysis का उपयोग
Option Chain के ज़रिए पता लगाया जा सकता है कि किस Strike Price पर ज़्यादा Open Interest है, जिससे हमें संभावित Support और Resistance का पता चलता है।
जैसे:
Strike Price | Call OI | Put OI |
---|---|---|
22500 | 10 लाख | 5 लाख |
22700 | 15 लाख | 3 लाख |
इससे आपको Idea मिलेगा कि Market किस Range में रह सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Intraday Option Trading में सफलता पाने के लिए सही ज्ञान, अनुशासन और रिस्क मैनेजमेंट की ज़रूरत होती है। यह एक Skill है जो Practice से आती है। बिना Strategy के सिर्फ “Guess” के भरोसे ट्रेड करना नुकसानदेह है।
अगर आप नियमित सीखते हैं, Journaling करते हैं और Emotion-Control के साथ ट्रेड करते हैं — तो आप इस क्षेत्र में सफल हो सकते हैं।
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