आज के समय में ट्रेडिंग और निवेश करने के लिए टेक्निकल एनालिसिस सबसे जरूरी स्किल बन गई है। इसमें कैंडलस्टिक चार्ट एक बहुत ही प्रभावी टूल है जो आपको कीमतों की दिशा, ट्रेंड, और रिवर्सल के संकेत देता है।
लेकिन केवल कैंडल पैटर्न जानना ही काफी नहीं होता — यह समझना भी उतना ही ज़रूरी है कि किस टाइम फ्रेम (Timeframe) में कौन-सा पैटर्न ज्यादा सटीक काम करता है।
इस आर्टिकल में हम सीखेंगे कि विभिन्न ट्रेडिंग स्टाइल (Intraday, Swing, Positional, Long-Term) के हिसाब से कैसे कैंडलस्टिक पैटर्न्स का सही उपयोग किया जाए।

Table of Contents
टाइम फ्रेम क्या होता है?
Time Frame का मतलब होता है वह अवधि जिसके आधार पर कैंडल बनाई जाती है।
उदाहरण:
- 1-Minute चार्ट में हर कैंडल 1 मिनट की होती है
- 1-Day चार्ट में हर कैंडल 1 दिन का डेटा दिखाती है
जितना बड़ा टाइम फ्रेम, उतनी मजबूत कैंडल और उतना ज्यादा भरोसा किया जा सकता है।
Intraday Time Frame (1 मिनट – 15 मिनट)

उदाहरण: 1m, 3m, 5m, 15m
कब इस्तेमाल करें?
अगर आप दिन के अंदर ही ट्रेड खरीदते और बेचते हैं तो यह आपके लिए है।
लोकप्रिय कैंडल पैटर्न्स:
- डोजी (Doji)
- हैमर (Hammer)
- शूटिंग स्टार (Shooting Star)
- बुलिश/बेयरिश एंगलफिंग
- इन्वर्टेड हैमर
टिप्स:
- सपोर्ट और रेजिस्टेंस के पास बनने वाले पैटर्न ज़्यादा प्रभावी होते हैं
- वॉल्यूम और RSI जैसे इंडिकेटर्स के साथ मिलाकर उपयोग करें
- छोटे टाइमफ्रेम में फ़ेक सिग्नल ज़्यादा आते हैं – अलर्ट रहें
उपयोग:
- Scalping
- 5-15 मिनट की तेजी या गिरावट से फायदा उठाना
Swing Trading Time Frame (1 घंटा – 4 घंटा)

उदाहरण: 1H, 2H, 4H
कब इस्तेमाल करें?
अगर आप 2-10 दिनों तक कोई ट्रेड होल्ड करते हैं तो यह टाइमफ्रेम आपके लिए बेस्ट है।
लोकप्रिय पैटर्न्स:
- मॉर्निंग स्टार / इवनिंग स्टार
- थ्री व्हाइट सोल्जर्स / थ्री ब्लैक क्रोज़
- बुलिश और बेयरिश हरामी
- डार्क क्लाउड कवर
टिप्स:
- कैंडल क्लोज होने के बाद ही निर्णय लें
- चार्ट पर ट्रेंडलाइन या मूविंग एवरेज के साथ पैटर्न को जोड़ें
- MACD या Bollinger Bands के साथ पुष्टि करें
उपयोग:
- स्विंग ट्रेड
- कम रिस्क में अच्छा मुनाफा पाने का मौका
Positional Time Frame (1 दिन – 1 सप्ताह)

उदाहरण: Daily (1D), Weekly (1W)
कब इस्तेमाल करें?
अगर आप किसी शेयर को 1 हफ्ते से 1 महीने या उससे ज्यादा समय के लिए होल्ड करना चाहते हैं।
उपयोगी पैटर्न्स:
- बुलिश एंगलफिंग
- थ्री व्हाइट सोल्जर्स
- इन्वर्टेड हैमर
- पीयरसिंग पैटर्न
- कन्फर्मेशन वाली डोजी
टिप्स:
- यहां ट्रेंड धीरे बदलता है, लेकिन सिग्नल मजबूत होता है
- बड़े चार्ट्स (weekly, daily) पर बने पैटर्न लंबी अवधि का फायदा दे सकते हैं
- Fundamental Analysis के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें
उपयोग:
- स्टॉक में लॉन्ग टर्म पोजीशन बनाना
- निवेश से पहले सही एंट्री पॉइंट पहचानना
Long Term Investment (1 महीना – 1 साल)
उदाहरण: Monthly, Quarterly
कब इस्तेमाल करें?
यदि आप निवेशक हैं और शेयर को सालों तक होल्ड करना चाहते हैं।
प्रमुख पैटर्न्स:
- लॉन्ग टेल हैमर
- मासिक बुलिश एंगलफिंग
- ब्रेकआउट पैटर्न
- सपोर्ट पर बना Reversal Signal
टिप्स:
- केवल टेक्निकल नहीं, कंपनी की फंडामेंटल्स भी देखें
- ऐसे पैटर्न्स की पुष्टि वित्तीय रिपोर्ट या न्यूज़ से करें
- धैर्य और अनुशासन जरूरी
उपयोग:
- लॉन्ग टर्म पोर्टफोलियो में सही समय पर निवेश
- मल्टीबैगर स्टॉक्स को सही टाइम पर पकड़ना
मल्टी टाइम फ्रेम एनालिसिस (Multi Timeframe Analysis)
अगर आप किसी एक टाइमफ्रेम पर सिग्नल देखते हैं, तो बेहतर होगा कि उसी स्टॉक को ऊपर और नीचे के टाइमफ्रेम में भी जांचें।
उदाहरण: अगर 15 मिनट में बुलिश एंगलफिंग दिखता है, और 1 घंटे में भी वही ट्रेंड सपोर्ट करता है — तो सिग्नल ज्यादा मजबूत होगा।
निष्कर्ष (Conclusion)
टाइम फ्रेम | उपयोग | फायदा | रिस्क |
---|---|---|---|
1m – 15m | इंट्राडे ट्रेडिंग | तेज मुनाफा | ज्यादा फेक सिग्नल |
1H – 4H | स्विंग ट्रेडिंग | सटीक एंट्री-एग्जिट | कुछ इंतज़ार |
1D – 1W | पोजीशनल | लंबी अवधि का मुनाफा | धैर्य जरूरी |
Monthly | लॉन्ग टर्म निवेश | सुरक्षित निवेश | देर से रिज़ल्ट |
कैंडलस्टिक पैटर्न तभी कारगर होते हैं जब आप उन्हें सही टाइम फ्रेम पर, सही इंडिकेटर्स के साथ, और सही सोच से देखें।
याद रखें — मार्केट में जल्दबाज़ी नहीं, समझदारी काम आती है।
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